संवाददाता / दीपक कुमार सिंह
चोलापुर/संसद वाणी
मनुष्य सबसे अधिक प्रेम उसी को करता है जो व्यक्ति उसके कहने में रहता है। श्री राम कथा का श्रवण करने के समय अगर हम भरत जी के चरित्र का दर्शन करते हैं तो हमें पता चलता है कि सभी भाइयों में श्री राम जी भरत जी को सबसे ज्यादा प्यार करते हैं और उन पर ज्यादा भरोसा करते हैं।
यह बात यहाँ नेहिया ग्राम में आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा के आठवें दिन व्यासपीठ से पूज्य प्रेमभूषण जी महाराज ने कही।
सरस् श्रीराम कथा गायन के लिए विश्व प्रसिद्ध प्रेममूर्ति पूज्य प्रेमभूषण जी महाराज ने श्री राम कथा गायन के क्रम में कहा कि श्री राम जी की कथा त्याग की कथा है। अयोध्या जी में चक्रवर्ती जी के जाने के बाद केवल राज परिवार का ही नहीं बल्कि आम जनता में भी हम जो त्याग का भाव पाते हैं वह आज अनुकरण करने योग्य है। इस कथा में भरत चरित्र सुनने के बाद हमें भगवान का प्रेम प्राप्त करने का सूत्र मिलता है। और यह सूत्र है रामहि केवल प्रेम पियारा। भरत भैया इस प्रेम की साक्षात प्रतिमूर्ति हैं जो सदा प्रभु श्रीराम के कहने में रहते हैं। यही कारण है कि बार-बार प्रभु श्रीराम लोगों को यह कहते हुए देखे जाते हैं कि आप हमें हमारे भरत भैया से भी ज्यादा प्रिय हो।
महाराज श्री ने कहा कि भगवान श्रीराम
को जब भरत भैया के आगमन की सूचना मिलती है, तो वह इस बात को सोचकर निश्चिंत हो जाते हैं कि भरत भैया तो हमेशा ही मेरे कहने में ही रहते हैं इसलिए उन्हें दूसरे ही पल अपनी समस्या का समाधान भी मिल जाता है। महाराज श्री ने कहा कि सामान्य जीवन में भी वह व्यक्ति धन्य है जिसके पास कहने में रहने वाला कोई व्यक्ति मौजूद है।
महाराज जी ने श्रीराम के वन में निवास और भ्रमण की कथा गाते हुए कई सुमधुर भजनों से श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। हजारों की संख्या में उपस्थित रामकथा के प्रेमी भजनों का आनन्द लेते और झूमते नजर आए।
आठवें दिन की कथा में मनीष मिश्रा और सुमन मिश्र मुख्य यजमान थे। राजेश मिश्रा ,जितेंद्र मिश्रा,रबिंद्र मिश्रा,मनीष मिश्रा,संजय मिश्रा,सुनीता मिश्रा व इलाके के अन्य लोगों के विशेष प्रयास से यह भव्य आयोजन किया गया है।