वाराणसी/संसद वाणी
विधुत मज़दूर पंचायत उ0प्र0 के बैनर तले आज प्रबन्ध निदेशक कार्यालय भिखारीपुर वाराणसी पर अपनी मांगों के समर्थन में हजारों की संख्या में उपस्थित होकर ध्यानाकर्षण प्रदर्शन के माध्यम से भरी हुँकार एवं प्रबन्ध निदेशक को ज्ञापन देकर सभा समाप्त किया। सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने बताया कि पत्र के माध्यम से लगातार पंचायत प्रबन्ध निदेशक को आवश्यक सुरक्षा उपकरणों के अभाव में आए दिन विधुतकर्मियों की विद्युत दुर्घटनाओं में हो रही मौतों एवं संगठन द्वारा कर्मचारी समस्याओं से सम्बन्धित समय-समय पर प्रस्तुत किये गये मांग-पत्रों द्वारा बार-बार अनुरोध के बावजूद द्विपक्षीय वार्ता द्वारा समस्याओं का समाधान न किये जाने के विरोध में प्रबंधन के ध्यानाकर्षण हेतु आज दिनांक 02.02.2023 को प्रबंध निदेशक (पूर्वान्चल) कार्यालय के समक्ष ध्यानाकर्षण प्रदर्शन करना पड़ा है साथ ही यह भी बताया कि एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन की नोटिस एवं उससे सम्बन्धित अनुस्मारक प्रबन्ध निदेशक कार्यालय को प्रेषित करते हुए उनसे अनुरोध किया गया था कि दिनांक 02.02.2023 से पूर्व दिनांक (01.02.023 तक द्विपक्षीय वार्ता करके सम्बन्धित सभी समस्याओं का समाधान करने की कृपा करें ताकि कर्मचारियों को समस्याओं के समाधान हेतु धरना-प्रदर्शन न करना पड़े, परन्तु बड़े ही दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि इतने नोटिस के बाद भी एवं माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देश की हर महीने कर्मचारी समस्याओं के समाधान हेतु अधिकारी कर्मचारी संगठनों से द्विपक्षीय वार्ता करें और उनकी समस्याओं का समाधान करें इसके बावजूद भी प्रबन्ध निदेशक कार्यालय द्वारा न ही द्विपक्षीय वार्ता आयोजित कराई गई एव न ही संबंधित समस्याओं का समाधान ही कराया गया। प्रांतीय अतिरिक्त महामंत्री डॉ0आर0बी0सिंह ने बताया कि चूँकि निजी एजेन्सियों से विद्युत उपकेन्द्रों के परिचालन एवं लाइनों के अनुरक्षण हेतु संविदा कर्मचारियों की तैनाती, कैश कलेक्शन काउण्टरों एवं कार्यालयों में कार्य सम्पादन हेतु कम्प्यूटर ऑपरेटर मीटरों की रीडिंग एवं बिलिंग करने हेतु कर्मचारियों को रखे जाने का अनुबंध एवं आदेश आपके कार्यालय द्वारा सम्पादित किया जाता है। ऐसे में आपके कार्यालय द्वारा ही बेहतर तरीके से इन निजी एजेन्सियों के खिलाफ जो अनुबंध के अनुसार आपने दायित्वों एवं व्यवस्थाओं को पूर्ण करने में असफल हो रहे हैं के ऊपर कार्यवाही की जा सकती है।

प्रांतीय अतिरिक्त महामंत्री निर्भय नारायण सिंह ने बताया कि एजेन्सियां न तो मानक के अनुरूप सभी गैंगों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करा रही है न ही वर्दी एवं परिचय-पत्र। यही नहीं इनके ईपीएफ ईएसआई के पैसों को भी सम्बन्धित विभागों में समय से जमा नहीं कर रही है एवं न ही वेतन भुगतान अधिनियम के तहत अगले माह की सात तारीख तक वेतन भुगतान कर पा रही है। ऐसे में अल्प वेतनभोगी कर्मचारियों को माह के 20-25 तारीख तक वेतन भुगतान हो पा रही। है। प्रांतीय मंत्री संजय यादव ने बताया कि कहीं-कहीं दो-दो, तीन-तीन महीने का वेतन बकाया रह जा रहा है लेकिन प्रबन्धन में बैठे लोग अपना वेतन तो समय से ले-ले रहे है किंतु मज़दूरों के प्रति हमेसा से उदाशीन व्यवहार अपनाए हुए है। पुर्वांचल मंत्री आर0के0वाही ने बताया कि मानक के अनुरूप सभी गैंगों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध न कराये जाने के कारण विद्युत दुर्घटनाओं में कर्मचारियों की असमय मौतें होते जा रही हैऔर विद्युत दुर्घटनाओं में मौत हो जाने पर मिलने वाला मुआवजा रूपया पाँच लाख भी कई मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को अभी तक नहीं दिया गया है जैसे विद्युत वितरण खण्ड-द्वितीय वाराणसी एवं नगरीय विद्युत वितरण खण्ड-पंचम वाराणसी। जिसके कारण अल्प वेतनभोगी कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों में प्रबंधन के खिलाफ काफी रोष व्याप्त हो गया है। प्रांतीय उपाध्यक्ष बी0बी0 सिंह ने बताया कि कर्मचारियों के पद रिक्त रहने के बावजूद वर्षों वर्षों तक अभियन्ता प्रबंधन द्वारा रिक्त पदों पर पदोन्नति नहीं की जा रही है जबकि अभियन्ताओं के पद रिक्त होते हुए उनकी पदोन्नति एवं तैनाती हो जा रही है। कर्मचारियों के देय समयबद्ध वेतनमान/एसीपी समय से नहीं दिये जा रहे हैं और पदोन्नति प्राप्त कर्मचारियों को एसीपी की सुविधा प्रदान नहीं की जा रही है। कर्मचारियों का स्थायीकरण, परिचय-पत्र, लेखा पर्ची, वर्दी, बरसाती, टी एण्ड पी सेवानिवृत्त एवं मृतक कर्मचारियों के देयों का समयसे भुगतान, पेंशन प्रकरणों का निस्तारण समय से नहीं किया जा रहा है जिसके कारण कर्मचारियों के मन में प्रबंधन के खिलाफ रोष व्याप्त है।
प्रांतीय मंत्री ओ0पी0 सिंह ने बताया कि हर विभागों द्वारा जैसे रेलवे ,रोडवेज आदि द्वारा अपने कर्मचारियों को विभागीय सुविधा प्रदान किया जाता है, परन्तु प्रशासन एवं प्रबंधन के साथ सम्पन्न क्रमशः 3 समझौतों, नोटिफिकेशन के बाद भी विद्युत कर्मचारियों को मिल रही रियायती बिजली की दरों को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है जिसके कारण रोष व्याप्त है। संगठन की मांग है कि संविदा कर्मियों, कम्प्यूटर ऑपरेटरों, मीटर रीडरों जो विद्युत विभाग का कार्य सफलतापूर्वक कर रहे हैं उन्हें भी रियायती दर पर LMV-10 की विद्युत सुविधा प्रदान की जाए। पूर्वांचल अध्यक्ष राजनारायण सिंह ने बताया कि विद्युत विभाग के ही अंग पारेषण निगम में कुशल संविदा कर्मियों को रूपया 15,500/- प्रतिमाह व अकुशल को रुपया 14,000/- प्रतिमाह भुगतान किया जा रहा है। उसी प्रकार पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के भी संविदा कर्मियों का क्रमश: 15,500/- एवं 14,000/- प्रतिमाह भुगतान किया जाए। इसी प्रकार पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की भांति कम्प्यूटर ऑपरेटरों को रुपया 22,500/- प्रतिमाह भुगतान किया जाए। मीटर रीडरों को भी कम से कम रूपया 15,500/- प्रतिमाह अथवा सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन दिया जाए संगठन के इस मांग के बावजूद वेतन बढ़ाने के बजाय घटाने का कार्य किया जा रहा है इसको लेकर भी कर्मचारियों में गहरा असंतोष एवं रोष है। सभा की अध्यक्षता राजनारायण सिंह ने एवं संचालन जिउतलाल ने किया। सभा को राजनारायण सिंह, आर0के0वाही, डॉ0आर0बी0 सिंह, निर्भय नारायण सिंह, बी0बी0राय, ओ0पी0 सिंह, चंदेश्वर सिंह, सुनीता मजुमदार, मोनिका केशरी, विजयसिंह, जिउतलाल, संजय यादव, विजय शंकर राय, अरविंद कुशवाहा, राघवेंद्र गोस्वामी, तपन चटर्जी, रविन्द्र सिंह, रामबाबू, नरेंद्र गोपाल शुक्ला, शिवनारायण, रविन्द्र सिंह, गिरीश यादव, रामजी भारद्वाज, विनय तिवारी, अजय विश्वकर्मा, अंकुर पाण्डेय, विद्यासागर, आदि ने संबोधित किया,