तहसील दिवस पर 87 मामले आये, 5 निस्तारित।
पिंडरा/संसद वाणी
एसडीएम पिंडरा अंशिका दीक्षित की अध्यक्षता में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान अधिकतर पुराने फरियादी ही दिखाए दिए। कइयों ने तो फर्जी ढंग से निस्तारण का आरोप लगाया। देवराई के शिवपूजन ने शिकायत की दो वर्ष पूर्व मछली पालन के लिए पट्टा मिला और उसकी धनराशि भी जमा कर दिया लेकिन आज तक स्वीकृत पत्र नही मिला जबकि हाईकोर्ट ने भी अबिलम्ब निस्तारण के निर्देश दिया लेकिन उसके बावजूद दौड़ाया जा रहा है।
तहसील से रिटायर्ड हुए और लेखपाल संघ के अध्यक्ष रहे गिरीश सिंह निवासी खटौरा ने आरोप लगाया कि राजस्व विभाग जबरन उनके कुसमुरा स्थित आराजी में चकरोड बनवा दिया। जब गुहार लगाई तो सीमांकन के बाद हटाने का निर्देश दिया लेकिन आज तक चकरोड नही हटाया गया। जिसपर एसडीएम ने बीडीओ को तत्काल हटाने का निर्देश दिया। वही रोह निवासी राजेश कुमार ने दूसरे गांव के दबंग ब्यक्ति द्वारा 34 विस्वा भूदान की जमीन अपने नाम करा लिया। 6 माह बाद भी लेखपाल द्वारा रिपोर्ट नही दी जा रही है। इसी तरह अमिलो धनंजयपुर की प्रिया देवी ने आरोप लगाया कि प्रार्थी के सहन के दरवाजे व आबादी में बने टिन शेड व नाद चन्नी को हटाकर ग्राम प्रधान ने जबरन खड़ंजा लगवा दिया। प्रिया ने न्याय के लिए तीसरी बार शिकायती पत्र दिया। जिसपर एसडीएम ने तहसीलदार के नेतृत्व में जांच टीम गठित की। वही ताड़ी के रामजियावन गुप्ता ने दूसरी बार प्रार्थना पत्र देते हुए आरोप लगाया कि बड़ागांव पुलिस बाइक चोरी की मुकदमा दर्ज नही कर रही है। वही बसनी पठखान निवासी एक दर्जन ग्रामीणों ने आबादी के बीच मे लेखपाल ने कूड़ा घर बनवाने का प्रस्ताव दिया है। जिसको लेकर नाराजगी जताई और कही अन्यंत्र आबादी से दूर हटाने की मांग की।वही रवि प्रजापति निवासी देवराई ने बिजली विभाग के खिलाफ फर्जी बिलिंग करने और ठीक करने के नाम पर अवैध वसूली करने का आरोप लगाया। जिसपर एसडीओ को जांच का आदेश दिया। बिजली विभाग से सम्बंधित कई मामले आये। तहसील दिवस पर कुल 87 मामले आये जिसमे 5 का निस्तारण हो पाया।
तहसील दिवस पर डीसीपी विक्रांत वीर ने भी ग्रामीणों की शिकायत सुनी और मातहतों को सख्त हिदायत दी। लगभग डेढ़ घण्टे तक समस्याएं सुनी।
इसके अलावा एसीपी अमित कुमार पांडेय, तहसीलदार विकास पांडेय, नायब तहसीलदार साक्षी राय, श्वेता सिंह पटेल, बीडीओ दीपकंर आर्य, इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार समेत अनेक विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।