स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेने आई बीएमजीएफ टीम का तीन दिवसीय दौरा सम्पन्न
अंतिम दिन जिला महिला चिकित्सालय व एलबीएस चिकित्सालय का किया भ्रमण
वाराणसी/संसद वाणी
समुदाय स्तर पर दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की जमीनी हकीकत जानने के लिए जनपद पहुंची बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन (बीएमजीएफ) टीम ने गुरुवार को जिला महिला चिकित्सालय व रामनगर स्थित लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय का भ्रमण किया। उत्तर प्रदेश टेक्निकल सपोर्ट यूनिट (यूपीटीएसयू) ने टीम का सहयोग किया। इसके साथ ही टीम का तीन दिवसीय दौरा सम्पन्न हुआ। दौरे के समापन पर बीएमजीएफ टीम ने जिले में समुदाय स्तर पर मातृ-शिशु स्वास्थ्य व परिवार कल्याण कार्यक्रम के क्रियान्वयन की सराहना की। साथ ही इसे और बेहतर करने के लिए प्रेरित किया। पहली टीम ने जिला महिला चिकित्सालय पहुँचकर चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों के साथ मंत्रणा की और उपलब्ध चिकित्सीय सुविधाओं की जानकारी ली। पीएचसी-सीएचसी से रेफर की गई गर्भवती के तत्काल उपचार प्रक्रिया के बारे में जाना। उच्च जोखिम गर्भावस्था की पहचान, उपचार व परामर्श को जाना। जिला महिला चिकित्सालय के डा. योगेन्द्र कुमार ने विस्तार से जानकारी दी। इसके बाद टीम परिवार कल्याण कार्यक्रम के केन्द्र पर पहुँचकर काउंसलर नीतू से केन्द्र में संचालित योजनाओं और उसके क्रियान्वयन की जानकारी ली। केन्द्र के बेहतर संचालन को टीम ने सराहा। प्रसव कक्ष, आपरेशन थियेटर, वार्ड, एसएनसीयू, हौसला ट्रेनिंग सेंटर सहित अन्य सेवाओं को परखा। इसके बारे में स्टाफ नर्स विभा गुप्ता ने प्रशिक्षण, दस्तावेज़ प्रबंधन आदि की विस्तार से जानकारी दी। इस टीम में टेलर नैबर, लीजा रेमन, देवेन्द्र खण्डित, श्यामा श्रीदास और यूपीटीएसयू से डा. विद्युत, साधना मोहन, तबरेज, डा. मनोज शामिल थे। इस मौके पर डा. जिला महिला चिकित्सालय के डा. संजीव वर्मा, डा. आरएन सिंह, डा. अलका के अलावा ओपी राय, अजीत कुमार व अन्य स्वास्थय कर्मी मौजूद थे।
दूसरी टीम ने एलबीएस चिकित्सालय का भ्रमण किया। इस दौरान टीम ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ अमरेश चंद्र दुबे के नेतृत्व में चिकित्सीय व स्वास्थ्य तकनीकी संसाधनों एवं सेवाओं को गहनता से परखा । टीम ने सबसे पहले पैथालोजी विभाग में पहुंची जहां उसने प्रदान जा रहीं 100 से अधिक जांच सुविधाओं के बारे में बारीकी से जानकारी ली । अल्ट्रासाउंड की सुविधा को देखा जहां प्रतिदिन 50 से अधिक ओपीडी सेवाएँ प्रदान की जा रही है । ब्लड स्टोरेज कक्ष का निरीक्षण किया जहां एक समय में 25 यूनिट ब्लड स्टोर की क्षमता है । इसके बाद प्रसव कक्ष, मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवा, मिनी स्किल लैब, नर्स मेंटरिंग कार्यक्रम, केएमसी वार्ड, न्यूबोर्न केयर यूनिट, जेएसवाई/पोस्ट नेटल केयर वार्ड, परिवार कल्याण सेवा व परामर्श, हर माह की नौ तारीख को मनाए जाने वाले उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी) दिवस साथ अन्य सेवाओं के बारे में भी जानकारी ली । इस दौरान टीम ने अल्ट्रासाउंड, जेएसवाई वार्ड में मौजूद लाभार्थियों से बातचीत की। इस टीम में रुचिका छग, डॉ रेनू, इन्दिरा नेगी, डॉ प्रशांत, राहुल रावत, विमल पांडेय व यूपीटीएसयू के प्रतिनिधि शामिल थे। चिकित्सालय की टीम में डॉ संजय, डॉ नरेंद्र, डॉ बीएम त्रिपाठी, डॉ मीनाक्षी, डॉ नीलिमा, डॉ आरके गुप्ता, डॉ कुन्दन, श्वेत कुमार, भावना बिष्ट, मैट्रन अमरावती, पवन, दिलीप, देव शंकर मौजूद रहे ।