
नई दिल्ली : देश ग्रीन हाइड्रोजन का हब बनेगा, यह बात सन 2021 में पीएम ने कही थी, आज इसे कैबिनेट ने मंजूरी दे है. प्रधानमंत्री (PM Modi) के नेतृत्व में कैबिनेट की बैठक में क्लाइमेट चेंज को लेकर समय-समय पर कदम उठाए गए उसको लेकर दुनिया में तारीफ हुई है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही. अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को मंजूरी दी है. भारत में लो कास्ट ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन पर इंसेटिव दिया जाएगा. इस इंसेटिव में 17490 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसके साथ ही 400 करोड़ रुपये का अतिरिक्त प्रावधान होगा.’
- ग्रीन हाइड्रोजन मिशन से मिलेंगी 6 लाख नौकरियां
अनुराग ठाकुर ने इसके साथ ही कहा, ‘प्रधानमंत्री के नेतृत्व में कैबिनेट की बैठक में क्लाइमेट चेंज को लेकर समय-समय पर कदम उठाए गए उसको लेकर दुनियाभर में तारीफ हुई है. वर्ष 2021 में ग्लासगो में पीएम मोदी ने भारत द्वारा जो महात्वाकांक्षी योजना की बात की थी. वर्ष 2021 में 15 अगस्त को ग्रीन हाइड्रोजन को लेकर घोषणा की थी. नए जॉब की बात भी कही थी. यह ग्रीन हाइड्रोजन मिशन इसी कड़ी में उठाया गया एक बड़ा कदम है.’
केंद्रीय मंत्री ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि देश में अलग-अलग सेक्टर में ग्रीन हाइड्रोजन का उयोग बढ़ाने के लिए मिशन डायरेक्टर ऐसे व्यक्ति को लिया जाएगा, जो इस सेक्टर में जानकारी रखता हो. इस मिशन के जरिये ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन में ग्लोबल हब के रूप में भारत उभर सकेगा. इसके लिए मोदी सरकार की तरफ से ये ऐतिहासिक कदम उठाया गया है. उन्होंने कहा, ‘वर्ष 2030 तक ग्रीन हाइड्रोजन मिशन में 8 लाख करोड़ की डॉयरेक्ट इन्वेस्टमेंट होगी, जिससे 6 लाख जॉब क्रिएट होंगी.