वाराणसी/संसद वाणी
आज काशी में हुए जी-20 मैराथन में स्थानीय प्रशासन के साथ 11 एनडीआरएफ वाराणसी के बचाव कर्मियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया साथ ही मौनी अमावस्या के शुभ अवसर पर श्रद्धालुओं के गंगा स्नान को सुरक्षित और सफल बनाने के लिए सभी प्रमुख घाटों पर तैनात रही।
इस अवसर पर एनडीआरएफ के कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि जी-20 का प्रतिनिधित्व भारत कर रहा है एवं इसके आयोजन से काशी के पास एक स्वर्णिम अवसर है अपनी संस्कृति और सभ्यता को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का। काशी में जी-20 आयोजन भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को एक नई ऊंचाई देगा। आज के हुए मैराथन में अमित कुमार सिंह द्वितीय कमान अधिकारी की अगुवाई में एनडीआरएफ के बचाव कर्मियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है।
आज मौनी अमावस्या के शुभ अवसर पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ की टीमों को श्री प्रेम कुमार पासवान, उप कमांडेंट के नेतृत्व में विभिन्न घाटों जैसे दशाश्वमेध घाट, राजघाट, अस्सी घाट, ललीता घाट आदि पर गंगा नदी में तैनात किया गया है एवं टीम द्वारा लगातार पेट्रोलिंग भी की जा रहा है। इसके साथ ही चन्दौली जनपद के बलुआ घाट में भी टीमों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से तैनात किया गया है। एनडीआरएफ की टीमें बचावकर्मियों के साथ, रेस्क्यू मोटर बोट, वाटर एम्बुलेंस, गोताखोर, पैरामेडिक्स, डीप डाइविंग सेट, लाइफ जैकेट, लाइफ बॉय व अन्य बचाव उपकरणों के साथ तैनात है। गंगा स्नान में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ जमा होती है, ऐसे समय में एनडीआरएफ के बचाव कर्मी अधिक गहरे पानी वाली जगहों को चयनित कर श्रद्धालुओं को वहा ना जाने की हिदायत दे रहे हैं एवं प्रशिक्षित गोताखोरों की सहायता से नदी में श्रद्धालुओं पर अपनी पैनी नज़र रख हुए हैं और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार है।