वाराणसी/संसद वाणी
ब्रह्मराष्ट्र एकम द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम पूज्य महाराज भूमा पीठाधीश्वर अनंत विभूषित स्वामी अच्युतानंद के पावन सानिध्य में अद्भुत मंदिर हरिपुर कलां (हरिद्वार) के सभागार में होने वाले राष्ट्रीय सनातन अधिवेशन की सम्पूर्ण जानकारी संस्था के संस्थापक और कार्यक्रम आयोजक डॉ सचिन सनातनी ने पहले सत्र में मुख्य वक्ताओं द्वारा पांच बिन्दुओ पर उन्होंने चर्चा की।
जैसे-
1.शिक्षा उन्नयन में सुधार,
2.युवाओं में नशा प्रवृति को रोकना,
3.पाश्चात्य संस्कृति की बोलचाल भाषा को रोकना,
4.ब्रिटिश न्यायिक प्रणाली के अनुपालन को भारतीय संस्कृति के अनुसार लाना,
5.भारत को हिन्दू महाशक्तिशाली राष्ट्र के रूप में स्थापित करने के महाभियान आदि पर चर्चा होगी।
वहीं द्वितीय सत्र 4 बजे से 8 बजे तक में , काशी के प्रख्यात भजन सम्राट डॉ अमलेश शुक्ल की प्रस्तुति होंगी। साथ ही साथ उत्तराखंड के संस्कृति पर आधारित शास्त्रीय नृत्य व संगीत का आयोजन किया जायेगा। डॉ सचिन सनातनी जी ने ये भी बताया कि – जिस प्रकार हमारे सनातन धर्म पर आज के परिवेश में कटाक्ष किया जा रहा , जिसका अस्तित्व सदियों पुराना है और जिसका हज़ारो वैज्ञानिक प्रमाण विधमान है उसके बावजूद अपने सनातन धर्म के प्रति मानसिक विकार से ग्रसित लोग अनाप शनाप बाते करते है जो कि निंदनीय और अशोभनीय है। इन्ही सब सकारात्मक विचारों के साथ यह धर्म सम्मलेन किया जा रहा जो कि पिछला अधिवेशन श्रृंगेरी मठ (वाराणसी)में आयोजित हुआ था। ब्रह्मराष्ट्र एकम वसुधैव कुटुंबकम के भाव से कार्य कर रही है। जो इस धरती पर सभी मानव एक परिवार की तरह है और सभी के कल्याण की बात भारत सदियों से करता आ रहा है और सनातन पुरातन धर्म का पालन आज भी हम लोग निर्वहन करते चले आ रहें है और यें अब भारतीय युवाओं को सुसंस्कृत करने के लिए प्रेरित करेगी। प्रेस वार्ता में मुख्य अतिथि पूज्य महाराज भूमा पीठाधीश्वर , विशिष्ट अतिथि कुंवर राजेंद्र नरूका, राष्ट्रकवि गजेंद्र सोलंकी , पूर्व अध्यक्ष प्रदीप झा (गंगा महासभा), महामंडलेश्वर ज्योतिर्मयी आनंद , संचालक आचार्य आनंद बल्लभ पांडेय व सुनील शास्त्री। ब्रह्मराष्ट्र एकम संगठन के प्रमुख न्यास सतीश चंद्र मिश्र, रविंद्र नाथ मिश्र, भूमा से राजेंद्र शर्माजी, पावन जी , उपेंद्र नाथ, पंकज मिश्र, कुशाग्र मिश्र, संतोष कश्यप, अंशुल पाठक, अखिलेश रावत, दीन दयाल मिश्र, सुजीत अधिकारी, बलराम मिश्र। साथ ही उत्तराखंड की हुमायूं और गढ़वाली लोक नृत्य भूमा मेडिकल कॉलेज की दो बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम आयोजक डॉ सचिन सनातनी जी व धन्यवाद ज्ञापन पंडित दिवाकर द्विवेदी, सतीश चंद्र मिश्रा , रविंद्र नाथ मिश्रा व प्रिया मिश्रा ने किया।