जैविक किसान मेला में कृषि वैज्ञानिकों ने दिये जैविक खेती के टिप्स
दानगंज/संसद वाणी
आधुनिक खेती में बढ़ते रसायनिक उर्वरकों व कीटनाशकों के प्रयोग से मानव जीवन के समक्ष गंभीर संकट उत्पन्न हो रहा जिसके दुष्परिणाम भी अब कई रूपों में सामने आने लगे हैं।ऐसे में अब आवश्यकता है कि हम प्रकृति के साथ जुड़कर गौ आधारित जैविक खेती को अपनाएं जो धरती मां के साथ-साथ मानव जीवन को भी सुरक्षित रख सके।
उक्त सलाह चंदौली सांसद डा.महेंद्रनाथ पाण्डेय के प्रतिनिधि अखंड प्रताप सिंह ने बृहस्पतिवार को क्षेत्र के मुनारी गांव में कृषि विभाग द्वारा आयोजित जैविक किसान मेले में उपस्थित किसानों को दी।बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गाय व गंगा के संरक्षण से ही हमारा जीवन सुरक्षित रह सकता है ऐसे में जरुरी है कि किसान गौ आधारित जैविक खेती को अपनाकर धरती मां के स्वास्थ्य व पर्यावरण की सुरक्षा करें।
मोटा अनाज की खेती के लिए चलेगा जन जागरूकता अभियान-
विशिष्ट अतिथि भाजपा नेता श्रीनिकेतन मिश्रा ने कहा कि वर्ष 2023 को “अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष” के रूप में मनाया जा रहा है।मोटा अनाज की खेती व जैविक खेती को बढ़ावा देने के सरकार गांव-गांव में जन जागरूकता अभियान चलायेगी जिससे मोटा अनाज की खेती को बढ़ावा मिलेगा।
कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक डा.राहुल सिंह ने किसानों को बिष मुक्त सब्जियों के उत्पादन हेतु जैविक पोषण वाटिका बनाने की सलाह दी।कृषि वैज्ञानिक डा.श्रीप्रकाश सिंह ने मौसम के बदलते मिजाज से किसानों को सावधान करते हुए फसलों को झुलसा रोग व पाला से बचाने के उपाय सुझाए और गौ आधारित जैविक खेती पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रगतिशील किसान श्यामजी पाण्डेय ने की।चोलापुर के मंडल प्रभारी विनय कुमार सिंह ने किसानों से जैविक खेती अपनाने की अपील की।सहायक विकास अधिकारी कृषि कैलाश मौर्या व बीटीएम देवमणि त्रिपाठी ने कृषि विभाग की योजनाओं पर चर्चा की।जनपद के उप कृषि निदेशक अखिलेश कुमार सिंह के आदेशानुसार नमामि गंगे योजनान्तर्गत जैविक किसान मेला का आयोजन कृषि विभाग व इश एग्रीटेक के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
इनकी रही उपस्थिति-
इस दौरान नमामि गंगे योजना के प्रोजेक्ट हेड स्वामी शरण कुशवाहा, सुभाष झां ,नीतीश कुमार, जय श्याम यादव, राजेश राम,बहादुर यादव,कंचन मौर्या, सौम्या सिंह, जगदीश, मनोज कुमार, शशिकला सहित भारी संख्या में किसान उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन देवमणि त्रिपाठी व धन्यवाद ज्ञापन स्वामी शरण ने किया।
जीवन की सुरक्षा के लिए जैविक खेती अपनाएं किसान

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