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Wednesday, May 31, 2023

ख़बर का असर: चंदौली : फर्जी गिरफ्तारी के मामले में दोषी पाए गए धानापुर थाना प्रभारी, किए गए लाइन हाजिर

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रिपोर्टर : ओ पी श्रीवास्तव

चंदौली/संसदवाणी

चंदौली : जनपद चंदौली विगत दिनों पुलिस की कार्यप्रणाली और फर्जी गिरफ्तारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जबर्दस्त वायरल हो रहा है। बता दें कि शीशे की अदालत में पत्थर की गवाही है, कातिल ही लुटेरा है और कातिल ही सिपाही है की कहावत चरितार्थ करती चंदौली पुलिस नज़र आ रही है. दरअसल मामला धानापुर थाना क्षेत्र के डबरिया गांव का है। जहाँ धानापुर पुलिस एक युवक के घर जाती है और उसको जबरन लेकर गाड़ी में बैठाकर थाने ले जाती है। और फिर एक दिन बाद बाकायदा प्रेस नोट जारी कर चेकिंग के दौरान 5.350 किलोग्राम गांजा, एक तमंचा व एक जिंदा कारतूस बरामदगी दिखाती है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। अब पुलिस द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति और मौके के वीडियो को देखेंगे तो आप खुद ही दूध का दूध और पानी का पानी कर लेंगे। वही सोशल मीडिया पर लोग चंदौली पुलिस के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहे है और पुलिस के इस कृत्य को कोसते नज़र आ रहे थे।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिख रहा है कि धानापुर पुलिस के उपनिरीक्षक और कुछ सिपाही डबरिया गांव के पैगापर जाकर लालजी उपाध्याय के पुत्र गोविंद उपाध्याय को जबरन घर से उठा लाए और गांव से पकड़कर लाने के बाद अवैध तरीके से उसकी गिरफ्तारी रमरजाय चट्टी के पास वाहन चेकिंग करते हुए दिखा दी। पुलिस ने विज्ञप्ति जारी करके बताया है कि उसके पास से चोरी की मोटरसाइकिल बरामद हुई है, जिसे वह चलाकर आ रहा था और मोटरसाइकिल की चेकिंग के दौरान उसको पकड़ा है। साथ में उसकी डिग्गी में से अवैध गांजा और देसी तमंचा भी मिला है।
ऐसी स्थिति में चंदौली जिले की धानापुर कोतवाली थाना पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान उठता है। साथ ही साथ गिरफ्तारी का दावा करने वाले उपनिरीक्षक मोहम्मद सलीम, हेड कांस्टेबल दीपक त्रिपाठी और हेड कांस्टेबल धीरेंद्र यादव की भूमिका को भी संदिग्ध माना जा रहा है। हालांकि पूरे मामले को जानते हुए भी सकलडीहा क्षेत्राधिकारी राजेश कुमार राय ने पूरे मामले में अपना गलत वक्तव्य भी जारी कर दे रहे हैं और उसकी गिरफ्तारी को सही बता रहे हैं।
बता दें कि इस अजब खेल की गजब कहानी में परिजनों समेत ग्रामीणों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए थे।उन्होंने पूरी तरह फर्जी गिरफ्तारी का खेल पुलिसकर्मियों द्वारा खेला गया है। सोशल मीडिया पर विडियो वायरल होते ही महकमें के उच्चाधिकारियों के कान खड़े हो गए हैं।

दोषी पाए जाने पर धाना पुर थाना प्रभारी हुए लाइन हाजिर…

बता दें कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को संज्ञान में लेते हुए एसपी अंकुर अग्रवाल ने एडिशनल एसपी को जांच का जिम्मा सौंपा था। प्राथमिक जांच पूरे प्रकरण के तहत दोषी पाए जाने पर धाना पुर थाना प्रभारी बिपिन सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है और अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ जांच अभियान तेज कर दिया गया है। मामले में पुलिस की छवि को दागदार होने के बाद एसपी चंदौली ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है और कार्यप्रणाणी में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार कर लिया है।

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