सद्गुरु के विचारों को जन -जन तक पहुंचाने के लिए निकाली गई झांकी।
वाराणसी/संसद वाणी
संत रविदास की जयंती जन्मस्थली सिरगोबर्धनपुर में जहां देश भर से श्रद्धालुओं द्वारा मनाई गई वहीं शुक्रवार को छठी रसूलपुर,रामेश्वर स्थित संत रविदास मंदिर पर श्रद्धालुओं ने झांकी निकालकर परम्परागत रूप से हर्षोल्लाष के साथ मनाई।मन्दिर का नजारा दुल्हन की तरह से सजावट पर कुछ अलग ही बयां कर रहा था। बरछी,भाला संग भांगड़ा नृत्य करते हजारों युवा व श्रद्धालुओं की पहुंच अपने इष्टदेव के प्रति ललक की बरबस ही आभास करा रही थी।भारी भीड़ से मन्दिर प्रांगण भर गया,भीड़ पंचकोशी मार्ग पर दर्शन के लिए डटी रही। हर झांकी के दर्शन व शबद -कीर्तन से क्षेत्र रविदास मय हो उठा। 25 गाँवो रामेश्वर,..लक्षिपुर,हिरमपुर, खेवली,भतसार,तेंदुई, बरेमा,हाथी,रसूलपुर तड़िया,लोकापुर,सालिवाहन पुर, नन्दापुर, निबाह, धुसापुर,बेरवा,काजीसराय,भटौली,औसानपुर सहित गाँवो से झांकी शाम साढ़े 6 बजे से रात 7बजे तक आने का सिलसिला चलता रहा। हर झांकी की अंतिम आरती उतार कर प्रसाद वितरण चलता रहा।रामेश्वर की झांकी अनिल राम,सम्मल राम,पप्पू राम,कृष्णगोपाल,रोहित कुमार के देखरेख में महिलाओं के सोहर गीत के साथ पहुंची। मन्दिर के महाराज राजबली दास हर भक्तजनों को आशीर्वाद प्रदान कर सद्गुरु के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का सन्देश दिया।मेले जैसे वातावरण में लजीज व्यंजनों सहित संत रविदास,अंबेडकर फोटो की खरीददारी भी लोगों ने किया। मन्दिर समिति के अनिल कुमार,अजीत कुमार,मंगला प्रसाद, रमेश बिंदअरविंद व ओमप्रकाश ने सद्गुरु के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विचार व्यक्त किया।छठी समारोह का संचालन बृजेश भारती ने किया।