रिपोर्टर:-ओ पी श्रीवास्तव, चंदौली
चंदौली/संसद वाणी
जनपद के सदर ब्लाक अंतर्गत दरबेशपुर ग्राम पंचायत में संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में बड़ी अनियमितता उजागर हुई हैं। जनपद का यह पहला ऐसा सेंटर होगा जो बिना पेयजल और शौचालय की सुविधा के संचालित है। ऐसा नहीं है कि सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के अभाव में और सिर्फ एएनएम के भरोसे संचालित इस हेल्थ सेंटर की दीवारें जर्जर हो चुकी हैं। साथ ही पूरा परिसर कबाड़ और गंदगी से भरा पड़ा है। सरकार जहां स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त बनाए रखने में कोई कोर कसर नही रख रही है वहीं महकमें के उच्चाधिकारियों की अनदेखी की भेंट चढ़ा यह हेल्थ सेंटर बेबसी के आंसू बहाने को बाध्य है। वैसे भी सरकार चाहे लाख हाईटेक स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के आंकड़े ग्रामीण अंचलों के हेल्थ सेंटर की पेश करे लेकिन वास्तविकता कोसों दूर है। जमीनी पड़ताल में यह बात सामने आई कि मुख्यालय से महज सात किलोमीटर की दूरी पर स्थित जब इस हेल्थ सेंटर की यह दशा है तो अन्य दूर – दराज इलाके में स्थित हेल्थ सेंटरों की दशा क्या होगी विचारणीय प्रश्न है। हालांकि पूरे प्रकरण के बाबत चंदौली के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ युगल किशोर राय ने तत्काल अधीनस्थों को जांच कर मुकम्मल व्यवस्थाएं दुरुस्त कराने और खुद निरीक्षण कर व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।
ग्रामीण अंचलों में बदहाल स्वास्थ्य केंद्रों की खुली पोल…
जमीनी पड़ताल में स्वास्थ्य सुविधा के सभी दावे फेल दिखाई देते हैं। जब कर्मियो, मरीजों को हेल्थ सेंटरों पर शौचालय और पेयजल की व्यवस्था ही उपलब्ध ना हो तो क्या कहा जा सकता है। एक साल से उक्त हेल्थ सेंटर पर पोस्टिंग लिए सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी स्नेहा पाल ने बताया कि महकमे में तीन बार लिखित शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। जबकि हेल्थ सेंटर पर ओपीडी, डायग्नोस्टिक टेस्ट , टीकाकरण सहित अन्य सुविधाएं मरीजों को दी जाती हैं लेकिन जर्जर दीवारें और बिना पेयजल और शौचालय सुविधा के लोग परेशान हो उठते हैं। सेंटर पर कार्यरत कर्मी महिला है, लिहाजा खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि कितनी समस्या से दो चार होना पड़ता होगा।ऐसा भी नहीं है कि इस हेल्थ सेंटर पर सुविधाएं नहीं हैं लेकिन कई वर्षों से प्रयोग में नहीं होने के कारण सभी उपलब्ध सुविधाएं जर्जर और धूल धूसरित हो चुकी हैं।

क्या कहते हैं अधिकारी…
जर्जर और बदहाल व्यवस्थाओं के संज्ञान में आने पर सीएमओ डॉ युगल किशोर राय ने कहा कि अधीनस्थों को जांच और व्यवस्थाएं दुरुस्त कराने के निर्देश दिए गए हैं। खुद भी निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। ये अलग मुद्दा है कि अभी तक सीएमओ का काफिला तो नही पहुंचा वरन स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण हेल्थ सेंटर का किया। तमाम कमियां मिली और रिपोर्ट सीएमओ को प्रेषित कर दी गई। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई।