वाराणसी/संसद वाणी
विगत कुछ दिनों पहले वाराणसी के आराजी लाइन ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत देउरा कि रोजगार सेविका गीता पाल द्वारा भ्रष्टाचार का एक मामला प्रकाश में आया था। जिसके बाद जांच टीमों द्वारा निष्पक्ष जांच की गई जिसमें रोजगार सेविका गीता पाल के अलावा अन्य चार लोगों को इस भ्रष्टाचार में संलिप्त पाया गया था। ग्राम पंचायत सदस्य की प्रारंभिक बैठक में ही रोजगार सेविका को बर्खास्त कर दिया गया था। लेकिन रोजगार सेविका अपनी पहुँच और पकड़ का एहसास कराते हुए दोबारा बैठक की अनुमति करा लिया। जिसके उपरांत दूसरी बार भी ग्राम पंचायत सदस्यों द्वारा रोजगार सेविका को बर्खास्त किया गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भ्रष्टाचार में लिप्त रोजगार सेविका को बचाने के लिए वर्तमान सरकार के किसी नेता का नाम सामने आ रहा है। जिनके द्वारा लगातार ब्लॉक पर दबाव बनाकर बार-बार बैठक कराई जा रही है। जब तक की रोजगार सेविका के पक्ष में प्रस्ताव तैयार ना हो जाए। वहीं दूसरी तरफ गांव में दवे लफ्जों में जहां-तहां ग्रामीणों का कहना है, कि रोजगार सेवक प्रतिनिधि द्वारा गांव में घूम घूम कर सदस्यों की खरीद-फरोख्त की जा रही है। और उन को गुमराह किया जा रहा है। और यह भी दावा किया जा रहा है। कि जब तक आप लोग मेरे पक्ष में नहीं आओगे तब तक हम ब्लॉक स्तर से बैठक करवाते रहेंगे।

इस पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल जिला अधिकारी के दफ्तर में आराजी लाइन ब्लॉक समेत रोजगार सेवक द्वारा अपने भ्रष्टाचार को छिपाने और फिर से नौकरी को बहाल करवा कर पहले से भी ज्यादा भ्रष्टाचार करने की फिराक में है। इन सभी बातों कि सूचना वाराणसी जिला अधिकारी के दफ्तर में दे दी गई है। जिसके उपरांत तत्काल कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी से ग्रामीण लोग मुलाकात करेंगे।