भ्रष्टाचार का दलदल एवं कीचड़ की राजनीति
आलेख: ललित गर्ग भ्रष्टाचार के खेल ने दुनिया के सारे लोकतंत्रों को खोखला कर दिया है। भारतीय लोकतंत्र दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, इसलिए...
आबादी पर नियंत्रण की नई सुबह का इंजतार
आलेख : ललित गर्ग भारत अगले साल दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला मुल्क होने जा रहा है, चौंकाने एवं चिन्ता में डालने वाली इस...
बहुसंख्य समाज अपमान के घूंट कब तक पीता रहेगा?
आलेख: ललित गर्ग हमारे देश के कुछ समूहों, वर्गों, राजनीतिक-गैर राजनीतिक संगठनों एवं सम्प्रदायों में राष्ट्रवाद का अभाव ही अनेक समस्याओं की जड़ है। इसी...
कैसे मिलेगा भुखमरी से छुटकारा ??
आज के आधुनिक युग में जहां पूरी दुनिया हाईटेक हो रही है। नित नए आविष्कार हो रहे हैं। दुनिया में तकनीकी का बोलबाला है। ऐसे...
अब तो इस बर्बर मानसिकता पर कठोर नियंत्रण हो
आलेख: ललित गर्ग उदयपुर में एक दर्जी की हत्या का मामला अभी शांत भी नहीं पड़ा था कि महाराष्ट्र से भी ऐसी ही दिल दहला...
महंगाई से थोड़ी राहत मिलेगी
केंद्र सरकार ने पिछले दिनों पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क घटाकर जनता को महंगाई से राहत देने की ओर एक कदम बढ़ाया है। असल में देश...
“जय श्रीराम” नाम से परहेज क्यों ?
आलेख: डा.राधे श्याम द्विवेदी जय श्रीराम ( Jai Shri Ram ) भारतीय में बहुत विशाल जन समूह द्वारा अपने आराध्य के सम्मान में की गई...
नारी के अखंड सौभाग्य का पर्व है गणगौर
राजस्थान की उत्सव संस्कृति जहां समृद्ध है वहीं उसमें जीवन के रंग, कला, शौर्य, पराक्रम एवं बलिदान की भावना देखने को मिलती है। यहां का...
एक बार फिर आये ऋषभ युग
भगवान ऋषभदेव जन्म जयन्ती 26 मार्च, 2022 पर विशेष भगवान ऋषभदेव जैन धर्म एवं वर्तमान अवसर्पिणी काल के प्रथम तीर्थंकर हैं। तीर्थंकर का अर्थ होता...
चरागे ए सुबह हूं बेशक बुझा हुआ हूं मैं न भूल तेरे लिये रातभर जला हूं मैं हूं इश्क माना कि मुद्दत से मद्दआ हूं मैं न हल हो मेरा नहीं ऐसा मसअला हूं मैं
कर चले हम फ़िदा जान वतन साथियों अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों का तराना गाते आजादी के दीवाने हंसते हंसते फांसी के फंदे पर झूल...