
वर्षों से संचालित हो रही बस सेवा बंद होने से बच्चों की बढ़ी परेशानी
ट्रांसपोर्ट इंचार्ज उच्चाधिकारियों को कर रहे गुमराह
रेणुकूट/संसद वाणी
नगर में स्थित एक औद्योगिक संस्थान और विद्यालयों की आपसी खींचतान में बच्चों को फजीहत का सामना करना पड़ रहा है। जुलाई का एक पखवारा बीत जाने के बाद भी सैकड़ों बच्चे विद्यालय जाने के लिए परिवहन सुविधा से वंचित हैं। बीते अप्रैल महीने में नया शैक्षणिक सत्र शुरू होते ही एक औद्योगिक संस्थान ने निर्मला कान्वेंट और केडीकेवीएम स्कूल में पढ़ने वाले गैर कर्मचारियों एवं व्यापारियों के बच्चों का बस सुविधा बंद कर दिया था। जिसे लेकर समाजसेवी अजय राय विद्यालय प्रबंधन और औद्योगिक संस्थान के अधिकारियों से वार्ता कर पुनः बस सुविधा बहाली की मांग की। कंपनी के ट्रांसपोर्ट इंचार्ज ने आश्वासन दिया कि उच्चाधिकारियों से बात कर समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। लेकिन जुलाई महीने का एक पखवारा बीत जाने के बाद भी संस्थान द्वारा बाहरी बच्चों का बस सुविधा शुरू नहीं किया गया जिसे लेकर अभिभावकों में खासा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि कोरोना के पूर्व हमारे बच्चे कंपनी के बस से ही आया जाया करते थे और उनके द्वारा निर्धारित परिवहन शुल्क भी जमा करते रहे हैं। कंपनी द्वारा अचानक बस सुविधा बंद किए जाने से परिवहन माफिया लोगों से मनमाना शुल्क मांग रहे हैं। दर्जनों बच्चे मुख्यमार्ग से पैदल विद्यालय जाने के लिए विवश हैं। जिस कारण दुर्घटना का सदैव भय बना रहता है।औद्योगिक संस्थान सीएसआर के तहत सुदूर इलाकों में विकास के तमाम कार्यों को कराने का दावा करती है। जबकि संस्थान के प्रदूषण का सीधा असर यहां के लोगों पर पड़ता है। जिस कारण शिक्षा चिकित्सा स्वास्थ्य सुविधा का पहला हक स्थानीय लोगों का होता है। लोगों का कहना है कि वर्तमान में कंपनी के सीओओ एवं मानव संसाधन प्रमुख व्यक्तिगत रूचि दिखाते हुए जनहित के कार्यों को प्रमुखता दे रहे हैं। लेकिन कंपनी के कुछ अधिकारी शीर्ष प्रबंधन को गुमराह कर पूर्व की व्यवस्था बंद कराना चाहते हैं। लोगों ने आरोप लगाया कि परिवहन माफिया के इशारे पर ट्रांसपोर्ट विभाग द्वारा परिवहन सुविधा बंद किया गया है। लोगों ने मांग किया कि पूर्व की भांति गैर कर्मचारियों व व्यापारियों के बच्चों को बस सुविधा दिया जाए नहीं तो अभिभावक सड़कों पर उतर प्रदर्शन करने के लिए विवश होंगे।