
आईएचसीआई कार्यक्रम केन्द्र से आई उच्चस्तरीय समिति ने डीडीयू समेत अन्य चिकित्सालयों का किया दौरा।
• दी जा रही सुविधाओं के बारे में रोगियों से ली जानकारी
• सीएमओ के साथ की बैठक, दिये आवश्यक सुझाव
वाराणसी/संसद वाणी
केन्द्र सरकार की ओर से संचालित इंडियन हाइपरटेंशन कंट्रोल इनिशिएटिव (आईएचसीआई) कार्यक्रम की समीक्षा के लिए केन्द्र की उच्चस्तरीय समिति ने पं. दीन दयाल उपाध्याय जिला चिकित्सालय के साथ ही अन्य अस्पतालों का दौरा किया | टीम ने मरीजों को मिल रहीं सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। इसके साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी के साथ बैठक कर कार्यक्रम की सफलता के संदर्भ में आवश्यक सुझाव दिये।
रिजॉल्व टू सेव लाइव (आरटीएसएल) के सीईओ डा. थॉमस फ्रीडेन के नेतृत्व में यहां पहुंची समिति में डब्ल्यूएचओ व आईसीएमआर के प्रतिनिधि भी शामिल रहे । यह समिति सबसे पहले पं. दीन दयाल चिकित्सालय में चल रहे एनसीडी क्लीनिक पहुंची और वहां आईएचसीआई कार्यक्रम की व्यवस्था व मरीजों को मिल रही सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। यहां से इस टीम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चोलापुर, एडिशनल पीएचसी दानगंज एवं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर डोमैला का निरीक्षण किया। इसके बाद देर शाम समिति के लोग सर्किट हाउस पहुंचे और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी के साथ बैठक कर कार्यक्रम की सफलता के संदर्भ में बातचीत करते हुए आवश्यक सुझाव दिये। बैठक के दौरान आरटीएसएल के सीईओ डा. थॉमस फ्रीडेन ने कहा कि उच्च रक्त चाप पीड़ित मरीजों का आशा व अन्य स्वास्थ्य कार्यकताओं के जरिये फालोअप जरूर कराया जाए । बैठक में आरटीएसएल के प्रबंधक (रणनीति एवं संचालन) कलिन स्टोवेल, कंट्रीहेड डा. भावना शर्मा के साथ ही डा.अभिषेक एनपीओ डब्ल्यूएचओ, डा. ललिता सीवीएचओ-वाराणसी, एनसीडी के नोडल अधिकारी डा. अतुल सिंह, राजेश कुमार व रितु सिंह समेत अन्य अधिकारी शामिल रहें।

क्या है आईएचसीआई कार्यक्रम-
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बताया कि देश में प्रत्येक चार वयस्क में एक वयस्क उच्च रक्तचाप से ग्रसित है। इस गंभीर समस्या से निदान के लिये भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद् ने विश्व स्वास्थ्य संगठन और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ मिलकर रक्तचाप नियंत्रण कार्यक्रम की शुरुआत वर्ष 2017 में की। इसके तहत ही वाराणसी में भी इस कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत जिले के सभी सरकारी चिकित्सालयों यहां तक की सभी हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर, सब सेंटर, पीएचसी, सीएचसी पर लोगों के ब्लड प्रेशर की जांच की जाती है | इसके साथ ही जरूरत के अनुसार रोगियों को निःशुल्क दवायें भी प्रदान की जा रही हैं । सीएमओ ने कहा कि 30 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को समय-समय पर ब्लड प्रेशर की जाँच कराना चाहिए ताकि रोग होने पर समय से उपचार शुरू हो सके।
