
पूर्व प्रवक्ता शशिप्रताप सिंह ने 17 साल का रिश्ता सुभासपा से तोड़ा।
मीडिया से बात चित करते सुभासपा पूर्व प्रवक्ता शशिप्रताप सिंह ने कहा कि जिस मिसन मुद्दे को लेकर 2004 में सुभासपा से जुड़ा था उस मिसन मुद्दे से भटक जाने के कारण यह कदम उठाना पड़ा। ओमप्रकाश राजभर जी का यह कहते रहना आजीवन मैं और परिवार के लोग चुनाव नही लड़ेंगे। बेटा-बेटी पत्नी रिस्तेदार और मोटा माल वाले को चुनाव लड़ाते रहे।
बेतुका बयान श्री राम को नही मानते शिव को नही मानते, कार्यकर्ताओ को धोखा देना पैसे के लिये सुहेलदेव जी का अपमान करना परिवार वाद को आगे बढ़ना, भोली भाली राजभर समाज को दारू बाज कहना, कार्यकर्ताओ को लोडर कहना, समाजवादी पार्टी को नसीहत देना चुनाव के पहले गठवन्धन की पार्टीयो को धोखा देना। अविश्वास को पैदा करता है, इसलिए 17 साल पुराना सम्बन्ध तोड़ना पड़ा। शशिप्रताप सिंह ने कहा कि आज मैं दिल्ली जा रहा हूँ, आकर आगे की रणनीति का खुलासा करूँगा।