
ट्रेजरी अधिकारी बनकर पुलिस पेंशनरों के खातों से करोड़ो रूपये निकालने वाले गैंग के सरगना व साथी गिरफ्तार।
वाराणसी/संसद वाणी
ट्रेजरी अधिकारी बनकर पुलिस पेंशनरों के खातों से लगभग 5 से 6 करोड़ रूपये निकालने वाले गैंग के सरगना और उसके साथी को साइबर क्राइम पुलिस वाराणसी ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को दोनों के पास से 4 मोबाइल, 1 लैपटॉप, 12 सिम कार्ड, कई बैंक खातों के पासबुक, 18 चेकबुक, 10 एटीएम कार्ड, 2 सोने की चेन, कैस 8 हजार रुपये मिले हैं। पुलिस ने आरोपियों के विभिन्न खातों में लगभग 11 लाख रुपये सीज कर दिया है। दोनों आरोपियों की पहचान चंदन सागर उर्फ चंदन कुमार निवासी, जहानाबाद और संदीप उर्फ लकी, निवासी बलिया के रुप में हुई है। गाजीपुर निवासी उपेंद्र कुमार सिंह ने साइबर क्राइम पुलिस थाना वाराणसी में शिकायत की थी कि उनके मोबाइल पर 25 मार्च को एक कॉल आई थी। कॉल पर बात करने वाले व्यक्ति ने बताया कि वे ट्रेजरी से बोल रहा है और खाता संख्य व मोबाइल पर ओटीपी आने पर उनसे पूछने के बाद उनके खाते से 10 ट्रांजेक्शन में कुल 18 लाख रुपये निकाल लिये थे। इसी तरह से दोनों आरोपियों ने कई रिटायर्ड पुलिसकर्मियों को चूना लगा कर करोड़ों रुपये उड़ा दिये।पकड़े गये आरोपियों ने बताया कि वे लोग पहले फोन पर झांसा कर आधार, पैन की जेरॉक्स मांग लेते हैं। इसके बाद पेंशनरों, सरकारी कर्मचारियों व अन्य लोगों को फोन कर केवाईसी अपडेट या पेंशन से संबंधि खानापूर्ति के नाम पर फर्जी बैंक अधिकारी, ट्रेजरी अधिकारी बनकर बैंक संबंधित सारी जानकारी ले लेते हैं और एनीडेस्क व क्यूक्सपार्ट एप से खातों से सारे रुपये गायब कर आपस में बांट लेते हैं। फर्जी सिम का व्यवस्था करना, फर्जी खाता नंबर का व्यवस्था करना, नेट से सर्च कर कर्मचारियों,अधिकारियों,व्यक्तियों का नंबर व विवरण प्राप्त करना। लोगों को फोन करना, फर्जी वालेट तैयार करना, एटीएम से पैसा निकालना, सरकारी लाभ के नाम पर विभिन्न लोगों एटीएम व पासबुक डाक से मंगाना आदि कार्य दोनों आरोपी मिलकर करते हैं। दोनों आरोपी आपना नाम व पता हमेशा गलत बताते है और ज्यादा समय तक एक ही स्थान पर नहीं रहते हैं। आरोपी वाराणसी, कानपुर, अयोध्या, दिल्ली, जमशेदपुर, पटना, नालंदा आदि शहरो में जाकर खाता खुलवाते थें और फर्जी सिम प्राप्त कर साइबर क्राइम को अंजाम देते थे। गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में इंस्पेक्टर विजय नारायण मिश्र, कांस्टेबल श्याम लाल गुप्ता, हेड कांस्टेबल आलोक कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल प्रभात कुमार द्विवेदी, कांस्टेबल गोपाल चोहान कांस्टेबल रविकान्त जायसवाल, कांस्टेबल पृथ्वीराज सिंह ने मुख्य भूमिका निभाई।