
कलेक्ट्रेट परिसर में स्वच्छता का पालन कितना और किस प्रकार हो रहा है, ये यहां की दीवारें बता रही।
वाराणसी/संसद वाणी
कलेक्ट्रेट परिसर में स्वच्छता का पालन कितना और किस प्रकार हो रहा है, ये यहां की दीवारें बता रही हैं। पान, गुटखा और पान मसाले की पीक से लाल हो चुकी दीवारों पर न तो अधिकारियों की नजर जा रही, न ही यहां पर पान या गुटखा खाकर थूकने वालों को अपर जिला मजिस्ट्रेट के आदेशों की कोई परवाह है।सीढ़ियों के कोने में जमा गंदा पानी और गुटखे की पीक बीमारियों को भी दावत देती दिख रही हैं। जबकि अपर नगर मजिस्ट्रेट ने जनवरी 2022 में ही कलेक्ट्रेट परिसर में आदेश की प्रति चस्पा करवा दी थी, जिसमें साफ आदेश दिये गए है कि कलेक्ट्रेट परिसर में यदि कोई दुकानदार गुटखा, तंबाकू या सिगरेट बेचते दिखा तो उस पर 500 का जुर्माना और कोई कर्मचारी या व्यक्ति परिसर में गुटखा थूकता पाया गया तो उस पर 200 का जुर्माना लगाया जाएगा आदेश के कुछ हफ्तों तक तो नियमों का पालन हुआ, पर अब आलम वापस वही है। जिलाधिकारी कार्यालय के पास ही सीढ़ियों पर गुटखा खाकर थूकने से नाली भर गई है। सीढ़ियों के कोने और गमलों पर भी पीक के दाग पड़े हैं। लोगों को शायद 200 रुपये जुर्माना ज्यादा नहीं लग रहा। इसलिए अभी भी नियमों को ताख पर रख कर स्वच्छता का पालन नहीं किया जा रहा। बरसात का मौसम भी आ गया है जिससे गंदगी होने से मक्खी-मच्छरों के बैठने से बीमारी का डर भी बना रहेगा। हर रोज कलेक्ट्रेट में सैकड़ों कर्मचारियों और फरियादियों का आना जाना लगा ही रहता है।