ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब दो ग्रह एक साथ एक ही राशि में हों, तो वैदिक ज्योतिष में इसे युति कहते हैं। आपको बता दें कि न्याय के दाता शनि देव 17 जनवरी को कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। वहीं, रविवार 22 जनवरी को दोपहर 02 बजकर 23 मिनट पर शुक्रदेव भी कुंभ राशि में गोचर करेंगे।
ज्योतिष में शनि और शुक्र को मित्र माना जाता है। दोनों एक-दूसरे के कारकत्व को बढ़ाते हैं। वहीं कुंभ राशि, शनिदेव की मूलत्रिकोण राशि है। मूलत्रिकोण राशि में सभी ग्रह अपना पूर्ण फल देते हैं।
खास बात ये है कि कुंभ राशि में इन दोनों मित्र ग्रहों की युति 30 साल के बाद बनी है। ऐसे में कुछ राशि के जातकों के लिए ये संयोग बहुत ही शुभ फल देनेवाला है। तो आईये जानते हैं, किन राशियों के जताकों को शनि-शुक्र की युति से शुभ फल प्राप्त होंगे।